'हकीकत ख्वाब दिलकी थी, तमन्ना दिल मेरी वो थी, बनी दिलकी वो कब धडकन, कभी मैने नही जाना।' एक खूब सूरत ... 'हकीकत ख्वाब दिलकी थी, तमन्ना दिल मेरी वो थी, बनी दिलकी वो कब धडकन, कभी मैने नही...
तुम समेट लेना मुझे अपनी बाँहों में.. मैं पिघल जाऊं तुम्हारी आगोश में.. तुम समेट लेना मुझे अपनी बाँहों में.. मैं पिघल जाऊं तुम्हारी आगोश में..
तुम चाहे भूल जाओ हमे हम बेइम्तिहाँ याद लम्हात करते हैं।। तुम चाहे भूल जाओ हमे हम बेइम्तिहाँ याद लम्हात करते हैं।।