राजाजी के जय-जयकार से बज उठे महल और द्वार। राजाजी के जय-जयकार से बज उठे महल और द्वार।
उनके पुरखों का चुकाना अब तक लगान बाकी है!! उनके पुरखों का चुकाना अब तक लगान बाकी है!!