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गले से प्यार दिल दरिया अच्छा ज़िन्दगी अच्छा लगने लगा धर्म कर्म डर हिंदी कविता hindikavita बैरी चाँद डर लगता हैं मुझे मुझसे डर लगता हैं मुझे डर लगने से ये कविता एक ऐसे इंसान पर। आधारित है जो अपने सफलताओ के चकर में सब कुछ भूल जाता और एक दिन उसे चोट लगने पर अपने माँ का ख्याल आता हैं

Hindi लगने Poems