बेचैनी खामोशी तन्हाई अगर कुछ बचेगा भी तो सिर्फ मेरी याद रह जाएगी बेचैनी खामोशी तन्हाई अगर कुछ बचेगा भी तो सिर्फ मेरी याद रह जाएगी
मंजिल तक दिलों का सफर, लम्हों से लम्हों तक का सफर। मंजिल तक दिलों का सफर, लम्हों से लम्हों तक का सफर।
सपनों के पंख होते हैं, इनमें चमकीले रंग होते हैं। सपने हंसाते भी हैं, रुलाते भी हैं।। सपनों के पंख होते हैं, इनमें चमकीले रंग होते हैं। सपने हंसाते भी हैं, रुलाते ...