मैं कभी रुका नहीं मैं कभी रुका नहीं
इसलिये व्यर्थ रुक मत, अपनी कब्र खुद खोद मत इसलिये व्यर्थ रुक मत, अपनी कब्र खुद खोद मत
सिमट कर रह गई आज परछाई मेरी मुझ ही में, दर्द बनकर उभर आया आज मेरी ही तस्वीर में। सिमट कर रह गई आज परछाई मेरी मुझ ही में, दर्द बनकर उभर आया आज मेरी ही तस्वीर म...
अंहकार की भावना, रखकर चलते लोग। शुभ घड़ी मिली नहीं, जैसे कौरव योग।। अंहकार की भावना, रखकर चलते लोग। शुभ घड़ी मिली नहीं, जैसे कौरव योग।।