आखिर ये दोगलापन रिवाज़ो में क्यों है अपनी ज़िंदगी जीने का हक, हमको कम क्यों है ?? आखिर ये दोगलापन रिवाज़ो में क्यों है अपनी ज़िंदगी जीने का हक, हमको कम क्यों है...
रीति रिवाज़ों के नाम पर मुझपर पाबंदीयाँ लगाते हैं रीति रिवाज़ों के नाम पर मुझपर पाबंदीयाँ लगाते हैं