अब बिरहन सा न तड़पाओ तुम जल्दी से सावन में आ जाओ। अब बिरहन सा न तड़पाओ तुम जल्दी से सावन में आ जाओ।
भोजपूरी और हिंदी दोनो जैसे बहनें... तो यह है भोजपूरी गीत आप सबके लिए... भोजपूरी और हिंदी दोनो जैसे बहनें... तो यह है भोजपूरी गीत आप सबके लिए...
रात हुई, जैसे चढ़ आयी रे बदरिया। लेकिन नहीं आई आंखों में निंदिया। रात हुई, जैसे चढ़ आयी रे बदरिया। लेकिन नहीं आई आंखों में निंदिया।