कि पौधा सचमुच जीना चाहता है खिलना चाहता है। कि पौधा सचमुच जीना चाहता है खिलना चाहता है।
जैसे बगीचे में खिले है फूल । आँगन की मुस्कुराहट है बाल। जैसे बगीचे में खिले है फूल । आँगन की मुस्कुराहट है बाल।