फिर बह जाने दे इनको, और जरा हम खुलकर रो लें, फिर बह जाने दे इनको, और जरा हम खुलकर रो लें,
बड़ा अजीब है अपना नसीब मितवा , लिखता हूँ बस मैं तेरा ही गीत मितवा ! बड़ा अजीब है अपना नसीब मितवा , लिखता हूँ बस मैं तेरा ही गीत मितवा !