मैं भी खिला हूँ इसके बीच एक दिन तू भी खिलेगा मेरी तरह मैं भी खिला हूँ इसके बीच एक दिन तू भी खिलेगा मेरी तरह
किसी का साथ हमें कभी छोड़ना नहीं है, रहना मिलकर हमें यहीं हम सबका ठौर है ! किसी का साथ हमें कभी छोड़ना नहीं है, रहना मिलकर हमें यहीं हम सबका ठौर है !
महकेगा चमन एक बार फिर से रंग भी बरसेंगे, महकेगा चमन एक बार फिर से रंग भी बरसेंगे,
बदलाव ही तो जीवन का परम और अंतिम सत्य है बदलाव ही तो जीवन का परम और अंतिम सत्य है