'मुझको भाता है मेरा देश, तरह-तरह के यहाँ हैं वेश, बदल रहा मेरा परिवेश, कभी न हो मेरे देश में क्लेश।'... 'मुझको भाता है मेरा देश, तरह-तरह के यहाँ हैं वेश, बदल रहा मेरा परिवेश, कभी न हो ...