इन दोनों के दरमियाँ कुछ रिश्ता तो है ज़रूर; हरेक बारिश में यह दिल मचलता तो है ज़रूर। इन दोनों के दरमियाँ कुछ रिश्ता तो है ज़रूर; हरेक बारिश में यह दिल मचलता तो है ज़रू...
जिस्म कुछ इतना नाज़ुक है, बेहाल-निढाल हुआ जाता है लहू से अगरचे शराबोर रहे...कभी रूह दुहाई देती नहीं... जिस्म कुछ इतना नाज़ुक है, बेहाल-निढाल हुआ जाता है लहू से अगरचे शराबोर रहे...कभी...