जिस बगिया को प्रेम से सींचा, वो माली क्यों दूर रहे! जिस बगिया को प्रेम से सींचा, वो माली क्यों दूर रहे!
बड़े बुजुर्ग हैं हमारी धरोहर, उनसे है हमारा स्वाभिमान! बड़े बुजुर्ग हैं हमारी धरोहर, उनसे है हमारा स्वाभिमान!