तुम्हारे होने और ना होने के बीच जो भी कुछ था तुम्हारे होने और ना होने के बीच जो भी कुछ था
याद आती हो तुम हर सांस के साथ कसम से जूझ राहा हूँ बेबसी में दम तोड़के कतरा कतरा में बिखर र... याद आती हो तुम हर सांस के साथ कसम से जूझ राहा हूँ बेबसी में दम तोड़के ...
'मधुर मिलन की सुधियां चुनकर, हर पीड़ा सह जाउंगी मैं, प्राण, मलय के हाथों तुम तक, सिर्फ़ प्रेम पहुँच... 'मधुर मिलन की सुधियां चुनकर, हर पीड़ा सह जाउंगी मैं, प्राण, मलय के हाथों तुम तक,...
प्रेम सुधा की प्यासी राधा ताप बिरह का कैसे सहे। प्रेम सुधा की प्यासी राधा ताप बिरह का कैसे सहे।