नाचगान के बाद सभी ने मिलकर गुझिया खाई है। जंगल में होली आई है।। नाचगान के बाद सभी ने मिलकर गुझिया खाई है। जंगल में होली आई है।।
फूलों से ही फल बनेंगें, ये जीवन देने में समर्थ हैं।। फूलों से ही फल बनेंगें, ये जीवन देने में समर्थ हैं।।
खुशी से दीक्षा चहक उठी फूल के लिए दौड़ी गिर गई खुशी से दीक्षा चहक उठी फूल के लिए दौड़ी गिर गई