फिर भी घर के कोने में कचरे सामान दुर्दशा होती है उसकी घरबार में। फिर भी घर के कोने में कचरे सामान दुर्दशा होती है उसकी घरबार में।
अभी तक नहीं समझी हो शायद, तुम मेरे लिए क्या हो लक्ष्मी तो बोल ही दिया है तुझे, पर तुम अभी तक नहीं समझी हो शायद, तुम मेरे लिए क्या हो लक्ष्मी तो बोल ही दिया है तुझे...
देश का हर नागरिक जब खुद को देश का सिपाही मानता हैं तब देश विश्व पटल पर स्रवश्रेष्ठ बन उभरता है देश का हर नागरिक जब खुद को देश का सिपाही मानता हैं तब देश विश्व पटल पर स्रवश्रेष...
दिल मे मेरे बसा है भारत रोम रोम में भारत की शान आन बान सदा रहे मेरे भारत की इसपर जान दिल मे मेरे बसा है भारत रोम रोम में भारत की शान आन बान सदा रहे मेरे भारत की ...
हमारी महफिल में लोग बिन बुलाए आते हैं, क्योंकि यहां स्वागत फूलों से नहीं दिलों से किए जाते है!! हमारी महफिल में लोग बिन बुलाए आते हैं, क्योंकि यहां स्वागत फूलों से नहीं दिलों...
तो फिर क्यों न करें हम एक सलाम हमारे सैनिकों के नाम। तो फिर क्यों न करें हम एक सलाम हमारे सैनिकों के नाम।