तुझमें दिखता मेरा बचपन तू जीवन की डोर है. तुझमें दिखता मेरा बचपन तू जीवन की डोर है.
बरसात की बूंदों से भरा भूखंड को समझ अपनी नियति, बहती है किस्मत को बना संगिनी अपनी, बरसात की बूंदों से भरा भूखंड को समझ अपनी नियति, बहती है किस्मत को बना संगिनी ...