ख्वाब झूठे किसी के आँखों में सजाया ना कीजिए। ख्वाब झूठे किसी के आँखों में सजाया ना कीजिए।
शहर गाँव हर तरफ उठता धुआँ। ख़ुदा इस जहाँ को क्या हो गया। शहर गाँव हर तरफ उठता धुआँ। ख़ुदा इस जहाँ को क्या हो गया।