हृदय-वाटिका पुष्पित होती, महके मन बनकर मकरंद। हृदय-वाटिका पुष्पित होती, महके मन बनकर मकरंद।
भूल गमों को बिखेरें हम खुशियां, हम बिखराते रहें सतरंगी पल। भूल गमों को बिखेरें हम खुशियां, हम बिखराते रहें सतरंगी पल।