कविता नोटबंदी के बाद उपजे हालातों से जूझते बैंकर्स की पीड़ा को बयां करती है कविता नोटबंदी के बाद उपजे हालातों से जूझते बैंकर्स की पीड़ा को बयां करती है
लालच के दानव को जब तक, इंसान मार न पाएगा, हम सबके सपनों का भारत, तब तक न बन पाएगा...! लालच के दानव को जब तक, इंसान मार न पाएगा, हम सबके सपनों का भारत, तब तक न बन पाएग...
अम्मीजान रंगों में रंग होली है आई,देख तेरी फिजा ने रंगोली बनाई। अम्मीजान रंगों में रंग होली है आई,देख तेरी फिजा ने रंगोली बनाई।