उसने बढ़ाए हाथ, मैंने सिक्का थमा दिया। क्या यही है इंसानियत, तो मैंने निभा लिया। उसने बढ़ाए हाथ, मैंने सिक्का थमा दिया। क्या यही है इंसानियत, तो मैंने न...
दिखाया था देश प्रेम उन्होंने भी मानकर आज को प्रेम का दिन दिखाया था देश प्रेम उन्होंने भी मानकर आज को प्रेम का दिन
आदमी ने आदमी को डस लिया आदमी ने आदमी को डस लिया
कौन कहता है जो जाते वह शहीद हो कर आते है। शहीद हो गए अगर तो वह अमर बन कर रह जाते है। कौन कहता है जो जाते वह शहीद हो कर आते है। शहीद हो गए अगर तो वह अमर बन कर रह जाते...
किसी से वादा किया था वो ही मैं निभा रहा हूं अपनी ही महफ़िल में रोकर गाना में गा रहा हू किसी से वादा किया था वो ही मैं निभा रहा हूं अपनी ही महफ़िल में रोकर गाना में ...
निभाया अदब इसका जाता नहीं। निभाया अदब इसका जाता नहीं।