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विश्वास डूबकी छल नम्र रखें स्वभाव प्यार सदा आशावान गुरु ज्ञान ज्योत स्वर्ग समान सकल जग प्राप्ति अच्छी कविता सदा शक्तिशाली क्रोध निर्भय रहकर smboss हिन्दीकविता धोखा पागलपन hindikavita

Hindi नम्र Poems