जन्म हुआ आधी रात को द्वारपाल सब सो गये यमुना जी ने रास्ता बनाया। जन्म हुआ आधी रात को द्वारपाल सब सो गये यमुना जी ने रास्ता बनाया।
प्राणियों पर कृपा करने के लिए मैंने अवतार ग्रहण किया ये प्राणियों पर कृपा करने के लिए मैंने अवतार ग्रहण किया ये
मेरे अवतार का यही प्रयोजन कि पृथ्वी का भार करूँ मैं हल्का मेरे अवतार का यही प्रयोजन कि पृथ्वी का भार करूँ मैं हल्का
गैया चरा के, मुझ को बजा के, गोपी जनों को बुलाता था। गैया चरा के, मुझ को बजा के, गोपी जनों को बुलाता था।