प्रकृति हमारी नाचने गाने लगी हमारे बिना ही जश्न मनाने लगी है। प्रकृति हमारी नाचने गाने लगी हमारे बिना ही जश्न मनाने लगी है।
तेज बहुत तेज, आगे सबसे आगे, भागती ही चली जाती है। तेज बहुत तेज, आगे सबसे आगे, भागती ही चली जाती है।