कैसे कर सकते हो यूं निष्कासित बंद कर अपने खिड़की- दरवाज़े कैसे कर सकते हो यूं निष्कासित बंद कर अपने खिड़की- दरवाज़े
हर गिला शिकवा को मानो, लग गए हों पंख। आँखों में जिसके बसे हम, वह भी मारे डंक।। हर गिला शिकवा को मानो, लग गए हों पंख। आँखों में जिसके बसे हम, वह भी मार...