हर गिला शिकवा को मानो, लग गए हों पंख। आँखों में जिसके बसे हम, वह भी मारे डंक।। हर गिला शिकवा को मानो, लग गए हों पंख। आँखों में जिसके बसे हम, वह भी मार...