कुछ ख्वाब अधूरे से लगते है, उन ख्वाबों को तुम्हारे साथ पूरा करना है, कुछ ख्वाब अधूरे से लगते है, उन ख्वाबों को तुम्हारे साथ पूरा करना है,
कभी इन छुट्टियों में पहाड़ों पर जाना, कभी महलों कभी मंदिरों की सैर लगाना, कभी इन छुट्टियों में पहाड़ों पर जाना, कभी महलों कभी मंदिरों की सैर लगाना,