तू मेरे गुरूर की तरह मैं तेरे अहंकार जैसा तू गले में ताबीज़ सा मेरी तू मेरे गुरूर की तरह मैं तेरे अहंकार जैसा तू गले में ताबीज़ सा मेरी
थाम लूँ तेरा नर्म हाथ मैं कुछ इस तरह, कि अपनी इन लकीरों को एक-सा कर लूँ मैं... थाम लूँ तेरा नर्म हाथ मैं कुछ इस तरह, कि अपनी इन लकीरों को एक-सा कर लूँ मैं...
बेइन्तेहाँ कोशिश की मैंने उस ताबीज़ को उतारने की अफ़सोस पर, वो तुम्हारी अमानत को पूरी श बेइन्तेहाँ कोशिश की मैंने उस ताबीज़ को उतारने की अफ़सोस पर, वो तुम्हारी अमानत ...