वो था तार से बंधा हुआ पर उसने सबको आजाद किया था दूर बैठे भी सबको एकसाथ किया था पास वो था तार से बंधा हुआ पर उसने सबको आजाद किया था दूर बैठे भी सबको एकसाथ कि...
होती इतनी भीड़ है बेशक पर मेरे मेहमान। आ जाएँ मैं प्रेत अकेला घर मेरा शमशान... होती इतनी भीड़ है बेशक पर मेरे मेहमान। आ जाएँ मैं प्रेत अकेला घर मेरा शमशान...
दूर कहीं जमाने में ,बातें दिल की अपनी ; चिठ्ठियों में लिखकर ,भेज दिया करते थे ! दूर कहीं जमाने में ,बातें दिल की अपनी ; चिठ्ठियों में लिखकर ,भेज दिया करते थे...