कब तक रहोगे आँसू छुपाए, खुल कर अब तुम तो रो लो ना कब तक रहोगे आँसू छुपाए, खुल कर अब तुम तो रो लो ना
ज़रूरी बाकी रही किसी कसर सी.... शायद यादें हैं बस यादों सी. ज़रूरी बाकी रही किसी कसर सी.... शायद यादें हैं बस यादों सी.