दीन-दुखियों की सदा तुम, झोलियाँ भरते रहो जिंदगानी चार दिन की, नेकियाँ करते रहो दीन-दुखियों की सदा तुम, झोलियाँ भरते रहो जिंदगानी चार दिन की, नेकियाँ करते र...
भारत माता की आंखों के आंसू भला वो क्या पहचानेंगे। उन्हें झोलियाँ अपनी भरनी । भारत माता की आंखों के आंसू भला वो क्या पहचानेंगे। उन्हें झोलियाँ अपनी भरनी ।