गिरी हूँ, तो उठूँगी भी हालातों से, डरूँगी नहीं गिरी हूँ, तो उठूँगी भी हालातों से, डरूँगी नहीं
भीगी हुई पलकों से उनका दीदार किया, सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया। भीगी हुई पलकों से उनका दीदार किया, सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया।