मर्यादा की बेड़ियों में, अब ना कहो कुढ़ने को। तोड़ कर ये बेड़ियाँ, आसमान से जुड़ने दो। मर्यादा की बेड़ियों में, अब ना कहो कुढ़ने को। तोड़ कर ये बेड़ियाँ, आसमान से...
जो ख़ुद टूटे हुए होते हैं ना..! वो किसी को तोड़ा नहीं करते। जो ख़ुद टूटे हुए होते हैं ना..! वो किसी को तोड़ा नहीं करते।
कितना आसान है वक़्त के साथ चलना, पर वक़्त को पकड़ना मुश्किल है... कितना आसान है वक़्त के साथ चलना, पर वक़्त को पकड़ना मुश्किल है...