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जीवन चिंता सपनों में पाया है "तुम जिसे अपनी सफलता कहते हो और जिसका बखान करते थकते नहीं हो दरअसल वह तुम्हारा बेरंग और निष्ठुर होना है" (अपनी इसी कविता से) पंछी- वह नन्हा बालक जिसे पहली दफा अपना घोंसला छोड़कर जाने की बात की जा रही है। घोंसला- घर जहाँ वह बचपन से पला बड़ा है।

Hindi जिसे Poems