बन जाती हूँ । बन जाती हूँ ।
आपसी तल्खियां बहुत बाद जाती है (कटुता ) शहरी पुरानी बस्तियाँ आबाद जाती है। आपसी तल्खियां बहुत बाद जाती है (कटुता ) शहरी पुरानी बस्तियाँ आबाद जाती है।
हैरान कर जाती है मुझे हर बार आपकी हरकतें समझ नहीं आतीं हैं हैरान कर जाती है मुझे हर बार आपकी हरकतें समझ नहीं आतीं हैं
समंदर हो जाती हूँ समंदर हो जाती हूँ
यूं तो हर किसी की कोई न कोई कहानी है रवानी है, जवानी है दीवानगी भी रूहानी है पर यूं तो हर किसी की कोई न कोई कहानी है रवानी है, जवानी है दीवानगी भी र...
मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँखें खोलते मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँ...