धरा से अम्बर का मिलन कर क्षितिज हुआ विभोर प्रकृति भी मदमस्त हुई देख कर अपने चितचोर धरा से अम्बर का मिलन कर क्षितिज हुआ विभोर प्रकृति भी मदमस्त हुई देख कर...
स्त्री कब तक छली जाओगी तुम राधा की उपमा से राधा जो स्वयं छली गयी थी कृष्ण से उस य स्त्री कब तक छली जाओगी तुम राधा की उपमा से राधा जो स्वयं छली गयी थी ...
साथ हां मेरा, जन्मों निभाए, बाबुल ढूंढ़, पिया ऐसा लाए, साथ हां मेरा, जन्मों निभाए, बाबुल ढूंढ़, पिया ऐसा लाए,