खुद के चेतन को जगाता गया मैं एक अविरल अविच्छिन्न प्रकाश सा बन रह गया खुद के चेतन को जगाता गया मैं एक अविरल अविच्छिन्न प्रकाश सा बन रह गया
भक्ति गीत। भक्ति गीत।