चामुंडा का रूप भी मैं रक्त से भीगी काली भी हूँ। चामुंडा का रूप भी मैं रक्त से भीगी काली भी हूँ।
रंग बिरंगी दुनिय बदरंगी सी क्यो हो गई? मान मर्यादा वाली शालीनता बोझिल सी लगने लगी। रंग बिरंगी दुनिय बदरंगी सी क्यो हो गई? मान मर्यादा वाली शालीनता बोझिल सी लगन...
अपने ही घर-आंगन में क्यों वो सुरक्षित नहीं? इस कृत्य के जो अपराधी बेख़ौफ़, स्वतंत्र विचरते है। ... अपने ही घर-आंगन में क्यों वो सुरक्षित नहीं? इस कृत्य के जो अपराधी बेख़ौफ़, स...