वक्त के शीशे से धूल साफ कर तेरा चेहरा माहताब सा देखता ज़रूर हूं वक्त के शीशे से धूल साफ कर तेरा चेहरा माहताब सा देखता ज़रूर हूं
बिगड़े हुए जो काम बनाए वह दोस्ती कहलाए। बिगड़े हुए जो काम बनाए वह दोस्ती कहलाए।