हैं मेरी सौगंध तुम्हे, ना छूटे हाथ तुम्हारा ना छूटे साथ तुम्हारा हैं मेरी सौगंध तुम्हे, ना छूटे हाथ तुम्हारा ना छूटे साथ तुम्हारा
ये सुनकर भी मुस्कुराती है और अपने बलबूते में घर को स्वर्ग वही बनाती है। ये सुनकर भी मुस्कुराती है और अपने बलबूते में घर को स्वर्ग वही बनाती है।
अन्य कई लोगों की जीवनचर्या की संगिनी गौ माता, आपको कोटि-कोटि प्रणाम !!! अन्य कई लोगों की जीवनचर्या की संगिनी गौ माता, आपको कोटि-कोटि प्रणाम !!!
वह कौन सा क्षण है जब मैंने तुुम्हें भुला दिया है। वह कौन सा क्षण है जब मैंने तुुम्हें भुला दिया है।