सत्ता के गलियारों का हर रास्ता, भूल जाता तुम्हारी दर्द भरी दास्तां। सत्ता के गलियारों का हर रास्ता, भूल जाता तुम्हारी दर्द भरी दास्तां।
कर लो निर्णय !त्याग अहम को !अब! खुद ही में से इस कलियुग का एक राम बनो ! कर लो निर्णय !त्याग अहम को !अब! खुद ही में से इस कलियुग का एक राम बनो !