गरीब सरल जनता कूटनीति समझ नहीं पाई, मगर महंगाई ने सभी से राहत पाई। गरीब सरल जनता कूटनीति समझ नहीं पाई, मगर महंगाई ने सभी से राहत पाई।
हैरान हैं हर कोई सोचता खड़ा, कतार में ना नेता, ना अमीर खड़ा। हैरान हैं हर कोई सोचता खड़ा, कतार में ना नेता, ना अमीर खड़ा।