हार थक कर "नीरज" शरण पड़ा ,अब तो झोली भर दीजिए। हार थक कर "नीरज" शरण पड़ा ,अब तो झोली भर दीजिए।
सही वक्त,जगह पर प्रकट करो विचार, कुविचार से अच्छा मत ना रखो विचार। सही वक्त,जगह पर प्रकट करो विचार, कुविचार से अच्छा मत ना रखो विचार।
अंततः जन्म ले ही लेती हैं बेटियां... अंततः जन्म ले ही लेती हैं बेटियां...