शृंगार कर लिया दुल्हन सा शर्मिली निशा शरमा रही सुनील विभावरी छा गयी बेकल सुहाग मन की धरा पर शृंगार कर लिया दुल्हन सा शर्मिली निशा शरमा रही सुनील विभावरी छा गयी बेकल सुहा...
उफ़ान उठता है या शान्त हो गया? उफ़ान उठता है या शान्त हो गया?