सुख दुख में परिवार इकट्ठा होता हैं जैसे ताला चाबी से खुलता हैं वैसे प्रेम परिवार से ... सुख दुख में परिवार इकट्ठा होता हैं जैसे ताला चाबी से खुलता हैं वैस...
बेटियों के लिए बेटे बेचे जाने लगे, ऊँची-ऊंची बोलियों से तोले जाने लगे। बेटियों के लिए बेटे बेचे जाने लगे, ऊँची-ऊंची बोलियों से तोले जाने लगे।