स्वच्छंद व उन्मुक्त मन से जरा आज हम भी सखी री l घूम आए हम भी यह सुंदर बादलों की गलिया स्वच्छंद व उन्मुक्त मन से जरा आज हम भी सखी री l घूम आए हम भी यह सुंदर बादलों...
कलेजा छलनी हो जाता है जब – जब भी मेरा लाल शहीद हो जाता है, कलेजा छलनी हो जाता है जब – जब भी मेरा लाल शहीद हो जाता है,