कल का सूरज किसने देखा नहीं बताती भाग्य की रेखा। कल का सूरज किसने देखा नहीं बताती भाग्य की रेखा।
बीते कल में क्यूं रहते हो? आज को उद्विग्न क्यूं करते हो?. बीते कल में क्यूं रहते हो? आज को उद्विग्न क्यूं करते हो?.