अभी तो कितनी मंजिल मक़सद पूरी करनी इसी धाम से। अभी तो कितनी मंजिल मक़सद पूरी करनी इसी धाम से।
वो चली गई आंसू सूखे ही नहीं दुनिया सामने हंसती अजगर की तरह मुंह खोले खड़ी होती कुछ कुछ दानव की ... वो चली गई आंसू सूखे ही नहीं दुनिया सामने हंसती अजगर की तरह मुंह खोले खड़ी हो...