यार बने फिरते हैं
यार बने फिरते हैं
जब भी लड़की दिल को भायी
दोस्त बना लिया उसका भाई
दोस्त बनके है धोखा करते
और होशियार बने फिरते हैं
प्रेमिका को हैं कहते बंदी
फिल्म बना लें उसकी गन्दी
भयदोहन लड़की का करते
और यार बने फिरते हैं
यार तो थे कृष्ण-सुदामा
दुर्योधन और वायुसेना
दगा करें माँ-बाप, भाई से
और वफादार बने फिरते हैं
दारु पिला दें हजारों की
ना सुध बच्चे बेचारों की
खाने के ना दाने घर में
और साहुकार बने फिरते हैं
लोगों के पैसे लेके मुकरते
ईमानदारी से बचके गुजरते
हराम की है खानी रोटी
और सरदार बने फिरते हैं
भीख मांगते जब माँ-बाप है
उससे बड़ा ना कुछ संताप है
औलाद ऐसी खुद बस पाप हैं
और श्रवण कुमार बने फिरते हैं
नशे-मज़े की लत है पड़ी
ठरक बड़ी कमजोर कड़ी
देश के दुश्मन देशों के
ये हथियार बने फिरते हैं
आसानी से ना मिलता न्याय
इस सिस्टम से भगवान बचाए
जनता की ना खबर कोई
और सरकार बने फिरते हैं
