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Sheetal Harvara

Others

3.3  

Sheetal Harvara

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याद

याद

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देखकर अपने अतीत को, भर आया दिल

हजारों यादों के साथ, रुक गया पल


धीरे से लब मुस्कुराए, तेज हुई धड़कन

बन गया आलम, महक उठा मन


खोया था याद आया, रुक गए कदम

गैर बनके खड़ा है, था मेरा सनम


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